मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा- उद्यमियों के मुंह पर ताले लगे थे, बजाज बोले तो हिम्मत आई

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मिस्टर राहुल बजाज के बोलने के बाद उद्यमी खुलकर बोलने लगे हैं। वरना सब उद्यमियाें के मुंह पर ताले लगे हुए थे। देश के गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बजाज ने बहुत बोल्डली जो बात कही है, उससे मैं उम्मीद करता हूं कि माेदी सरकार की आंखें खुलेंगी।


सरकार में सोच पैदा होगी कि देश और अर्थव्यवस्था किस दिशा में जा रहे हैं। मीडिया से बातचीत में मंगलवार काे सीएम ने कहा कि राहुल बजाज उन स्वर्गीय जमनालाल बजाज के पोते हैं, जाे महात्मा गांधी के शिष्य थे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष थे। फ्रीडम फाइटर थे, जिन्होंने सेवाग्राम आश्रम बनाया। उनके पोते से देशवासियों काे एेसी ही उम्मीद की जाती थी। 
छोटे-बड़े व्यापारी बर्बाद हो रहे थे, उद्यमी बर्बाद हो रहे थे।


राहुल बजाज और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने देश के संकट में अाने काे लेकर कच्चा चिट्ठा पेश किया। देश अाज संकटग्रस्त हो चुका है। मैं साधुवाद देता हूं राहुल बजाज को और उम्मीद करता हूं कि जाे माहौल देश में बना है उसमें सुधार आएगा और देश का भला होगा। अब सबको खुलकर बोलना चाहिए।


गत शनिवार को गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में एक कार्यक्रम में उद्योगपति राहुल बजाज ने कहा था कि देश में खौफ का माहौल है। लोग सरकार की आलोचना करने से डर रहे हैं।